स्टेज पर बोलने का तरीका
जी हां! टॉपिक आपने बिल्कुल सही पढ़ा है| मैं आपको 30 दिन में इन अति महत्वपूर्ण मंत्रों के
माध्यम से एक सफल वक्ता बनने का विश्वास दिलाता हूं।
वक्ता बनने का सपना हो, बिजनेसमैंन बनने का सपना हो, लेखक बनने का सपना हो, कुछ भी
बनने का सपना हो, जिस तरीके से एक वह इंसान जिसको ड्राइविंग करना नही आता और वह
कार चलाना सीखना चाहता है, तो उसे कुछ नियम पालने पड़ेंगे, एक यंत्र को चलाने के लिए
कुछ मंत्र बहुत जरूरी होते हैं|
एक तंत्र चलाने के लिए कुछ मंत्र बहुत जरूरी होते है| वक्ता बनना भी किसी बडे सपने से कम
नही है| इस सपने को पूरा करने के लिए किसी को भी कुछ नियम पालने पड़ेंगे, कुछ मंत्र याद
करने पड़ेंगे, कुछ मंत्र पालने पड़ेंगे| उन मंत्रों को दिल में धारण करके उन मंत्रों के हिसाब से
चलना होगा और यह मंत्र 5 मिनट में नही, 10 मिनट में नही, ओवरनाइट में नही आएंगे| या 1
महीने में नही आयेंगे| हां, हो सकता है कि यह मैंने एक रात में या 1 दिन में कलम से लिखे
हो| लेकिन इनके पीछे मेरी 15 साल की मेहनत, मेरा 15 साल का अनुभव है|
इन मंत्रों को यदि आप धारण करके आगे बढेंगे, तो बेशक शत-प्रतिशत सफलता आपके कदमों
में होगी| एक सफल वक्ता बनने के लिए वक्ताओं को श्रोताओं के आगे मंच पर कैसा भाषण
बोलना है, श्रोता कैसे हैं, श्रोता क्या जानते हैं, आप कौन है, कैसे बोलना है, क्या जरूरी है, क्या
जरूरी नही है, वक्ता कैसे पैदा होते हैं, स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाते हैं, कौन डरता है, डरने से क्या
होता है, शब्दों की ताकत, वाक्यो की ताकत, देखकर बोलना है कि याद करके बोलना है,
मेहनत, धेर्य, इन सभी चीजों का अवलोकन करके सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए 30 मंत्र
मैंने दिए हैं| आपको इस किताब का एक एक मंत्र पढना है, और उस मंत्र से संबंधित जो किताब
के अंदर कोई भी एक अगला टॉपिक है वह आपको पढना है, मनन करना है| इससे आप 30
दिनों में एक सफल वक्ता उभरकर सामने आएंगे|
1. आप महाराजा हैं आप के सर पर ताज है
बस बोलते जाओ यही सफलता का राज है|
2. हर चीज हर किसी में जन्मजात नही होती
कोई वक्ता नही बनता आदतें अगर निखारी नही होती|
3. खुद पर विश्वास करो और छा जाओ
हंसी, धूप, और हवा की तरह फैल जाओ|
4. ज्यादा तोते ना उठाएं
थोथे कदम ना बढ़ाएं|
5. विषय का ज्ञान
बस आप महान|
6. योग करें ध्यान करें
स्मरण शक्ति मजबूत करें|
7. वही आगे बढ़ता है
जो बेहतर प्रस्तुत करता है|
8. खुद के लिए नही बोले
श्रोताओं के लिए ही बोले|
9. पढे-लिखे समझे और खुद को तैयार करें
लकडी से ज्यादा कुल्हाड़ी की धार तेज करें|
10. किस बात का डरना है?
डर के क्या मरना है?
11. दुनिया को तो कुछ ना कुछ कहना है
मुझे तो सिर्फ मेरा काम करना है|
12. लोगों में घुलना सीखें बस घुल जाएं
जैसा हो माहौल उस में ढल जाए|
13. मुंह से जवाब देना बिल्कुल बंद करें
अपने कार्य से जवाब देना शुरू करें|
14. जोश के साथ मंच पर जाएं
होश के साथ माइक पर जाएं|
15. भाषण में हो क्रम बद्धता
आवाज में हो लय बद्धता|
16. होकर बिंदास सभा में जाओ
लोगों के दिलों पर छा जाओ|
17. भरपूर आपका ज्ञान
विश्वास का मनोविज्ञान|
18. शब्द और वाक्य की शक्ति
आप में श्रोताओं की भक्ति|
19. अगर आप हैं मिलनसार
बुलाए जाओगे बारंबार|
20. मेहनत से मुंह मोड़ लिया
गाडी ने रास्ता छोड़ दिया|
21. शंका को काटकर ही चलना है
मंच पर जाकर हाथ नही मिलना है|
22. स्वयं को अगर पहचान लिया
सफलता का राज जान लिया|
23.स्वयं से करो साक्षात्कार
श्रोताओं को आभार बारंबार|
24. आपका अंदाज ही आपकी पहचान बने
जो आप हैं बस वही रहकर नादान बने|
25. पर्चा लेकर तो ना ही बोलें
दिल से बोले और हाथो को खोलें|
26. मौका पाकर पहला भाषण जरूर ठोक दे
पीठ पर बधाई की थपथपी खुद ठोक दे|
27. जहां है वही अपना भाषण बनाएं
अपनी कला को अपनी पहचान बनाएं|
28. कैसा और क्या बोलना है सपने बुने
जब भी मौका मिले दिल से भरपूर सुने|
29. भाषण के शुरुआत में रोचकता हो
चेहरा मुस्कुराहट से महकता हो|
30. बोलना वही जो जमाना चाहता है
जमाने के साथ बस वही चल पाता है|
31. आप बोलिए लोग कुछ नही जानते हैं
संभल कर बोलना लोग सब कुछ जानते हैं|
आप अपने इस काल में जब आप एक सफल वक्ता बनने की राह पर चल पड़े हैं बहुत ही कम
समय और बहुत ही ज्यादा समय बस आपकी सोच पर निर्भर है| इस किताब को हाथ में लेकर
पढने वाले की सोच पर निर्भर है| हर दिन एक मंत्र को दिल में धारण करें और सुबह से शाम
तक जितना हो सके इस किताब से, सोशल मीडिया से, न्यूज़पेपर से, अपने दिमाग से, और
अपने दिल की आत्मा से उस मंत्र के बारे में जितना हो सके सोचें, पढे, लिखे, बोलें, और जमाने
में ऑब्जर्व करें| तीसरा दिन पूरा होते ही आप एक सफल और बेहतर वक्ता के तौर पर उभर
चुके होंगे| उसके लिए आपको मेरे दिल की गहराई से बधाई|
30 दिनों में प्रभावी और सफल वक्ता बनने के रहस्य (30 dino me prabhavi aur safal vakta banane ke rahasya) Paperback
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